आशिषा सिंह राजपूत, नई दिल्ली
वैश्विक महामारी कोरोनावायरस से भारत ने कड़ी जंग लड़ी है। कोरोना महामारी से भारतीय स्वास्थ्य को जितनी हानि पहुंची उतनी भारत की अर्थव्यवस्था को भी क्षति पहुंची है। ऐसे में कोरोना काल में धीमी हुई अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए साल 2021-22 का देश का आम बजट केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेश कर दिया है। आइए जानते हैं, क्या है देश के 2021-22 का आम बजट :-
• बजट का फोकस
∆ स्वास्थ्य, इंफ्रास्ट्रक्चर और रिफॉर्म के जरिए अर्थव्यवस्था को दी जाएगी तेजी
∆ वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हेल्थ के बजट में इजाफा किया है ।
∆ 2021-22 बजट में कोई नया टैक्स नहीं लगाया गया है। और इनकम टैक्स स्लैब में भी कोई नए परिवर्तन नहीं किए गए हैं।
∆ 75 साल से अधिक आयु वाले वरिष्ठ नागरिकों को उनकी पेंशन व जमा से आय है तो उन्हें इनकम टैक्स रिटर्न से छूट दी जाएगी।
∆ वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करते वक्त ने बजट में 6 पिलर्स के नाम भी गिनाए, जिनमें स्वास्थ्य और कल्याण, भौतिक और वित्तीय पूंजी, और अवसंरचना, आकांक्षी भारत के लिए समावेशी विकास, मानव पूंजी में नवजीवन का संचार करना, नवप्रवर्तन और अनुसंधान एवं विकास और न्यूनतम सरकार और अधिकतम शासन हैं।
∆ पेट्रोल, डीजल और महंगा होगा. पेट्रोल पर 2.5 रुपये प्रति लीटर का कृषि सेस लगाया गया. डीजल पर 4 रुपये प्रति लीटर कृषि सेस देना होगा
∆ केंद्र सरकार ने बजट में किसानों की आय को दोगुना करने का रखा लक्ष्य।
∆ वित्त मंत्री ने किया देश में 15 हजार आदर्श स्कूल खोले जाने की घोषणा। और देश में 100 नए सैनिक स्कूल भी खोले जाने का किया एलान।
∆ वित्त मंत्री ने अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों को शिक्षा के क्षेत्र 35 हजार करोड़ के विशेष फंड का भी ऐलान किया है
2021-22 बजट में क्या हुआ सस्ता
० स्टील से बने सामान
० सोना
० चांदी
० तांबे का सामान
० चमड़े से बने सामान
० नायलन के कपड़े
० ड्राई क्लीनिंग
० पॉलिस्टर के कपड़े
० बिजली
० इंश्योरेंस
० कृषि उपकरण
2021-22 बजट में क्या हुआ महंगा
० मोबाइल फोन और मोबाइल फोन के पार्ट,
० चार्जर
० गाड़ियों के पार्ट्स
० इलेक्ट्रानिक उपकरण
० इम्पोर्टेड कपड़े
० सोलर इन्वर्टर, सोलर से उपकरण
० कॉटन
० लेदर के जूते
० सेब
० काबुली चना
० यूरिया
० डीएपी खाद
० चना दाल
० पेट्रोल-डीजल
० शराब कि कीमत
० ऑटो पार्ट्स