खुशी बाली, नई दिल्ली
अन्य देशों के बीच कुछ चीजों को लेकर अनबन तो हमेशा से ही बनी रहती है। भारत-पाकिस्तान, जर्मनी – फ्रांस की अनबन तो अब आम बात है। हाल ही में ईरान और अमेरिका के संबंधों में तनाव दिखने की खबरें सामने आ रही हैं। खबरों की माने तो ईरानी सरकार के प्रवक्ता अली रबीई ने मीडिया को एक बड़ा बयान दिया है।
क्या है वो बयान?
दरअसल बात यह है कि ईरान ने 2015 में हुए समझौते को तोड़ दिया है। हैरानी वाली बात यह है कि उन्होंने दुनिया के ताक़तवर देशों के साथ समझौता तोड़ा है। ईरान ने यूरेनियम को 20 फ़ीसद शुद्ध करना शुरु कर दिया है। ईरानी सरकार के प्रवक्ता अली रबीई ने मीडिया को बताया कि फोर्डो में यूरेनियम को 20% तक समृद्ध करने की प्रक्रिया शुरू हो गई थी। राष्ट्रपति हसन रूहानी ने इस कदम का आदेश दिया था क्योंकि वह एक नए कानून द्वारा “बाध्य” थे, जिसके तहत शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए सालाना 20%-समृद्ध यूरेनियम के कम से कम 120 किलोग्राम (265lbs) के उत्पादन और भंडारण की आवश्यकता थी।
क्या होगा डोनाल्ड ट्रंप का कदम?
काफी समय से डोनाल्ड ट्रंप पर मुसीबतों का घेरा छाया हुआ है। ऐसा लगता है कि ईरान, ट्रंप के राष्ट्रपति होने के आखिरी दिनों में भी उन्हें चैन से नहीं बैठने देगा। खबरों की माने तो अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ईरान से युद्ध कर सकते हैं। उनका ऐसा करना अमेरिका के अगले राष्ट्रपति के लिए चुनौतियां खड़ी कर सकता है। अगर ऐसा हुआ तो बाइडेन की योजना पर पानी फिर जाएगा। दरअसल, बाइडेन की योजना है कि ट्रंप ने ईरान पर दबाव बनाया था उसे कम किया जाए। वह चाहते है कि ईरान से बातचीत की जाए और ईरान परमणु समझौते पर लौटा जाए।