खुशी बाली, नई दिल्ली
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड जिसे हम सेबी भी कहते हैं, वो दरअसल भारत का एक नियामक संस्था है। इसका कार्य भारत में शेयरों के खरीद-बिक्री को नियंत्रित करना है। इसकी स्थापना 12 अप्रैल 1988 को हुई थी। अभी हाल ही में सेबी से जुड़ी कुछ नई खबर सामने आई है। सेबी ने एनडीटीवी से जुड़े कुछ लोगों पर करोड़ों रुपए का जुर्माना लगाया है।
सेबी ने ऐसा क्यों किया?
सेबी ने गुरुवार को एनडीटीवी के प्रमोटरों पर भारी जुर्माना लगाया है। इन प्रमोटरों के नाम प्रणय रॉय और राधिका रॉय है जिनपर कुल 27 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है। इन पर कुछ वित्तीय समझौतों के लिए शेयरधारकों से जानकारी छिपाकर “विभिन्न प्रतिभूतियों” के मानदंडों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है।एनडीटीवी के प्रमोटरों के साथ-साथ RRPR होल्डिंग पर भी यही इल्जाम लगाया गया है।
सेबी ने बातचीत के दौरान बताया कि उन्हें 26 अगस्त 2017 को क्वांटम सिक्योरिटीज से शिकायत मिली थी। ऐसा ही कुछ 25 जनवरी 2010 को हुआ।एनडीटीवी ने लोन से संबंधित जानकारी छुपाई थी। सीधी का यह भी कहना है कि पब्लिक शेरहोल्डर्स को सही जानकारी नहीं पहुंचाई गई थी ।
आगे की कहानी
एनडीटीवी ने अपनी सफाई में कहा कि वह कोई पार्टी नहीं है इसलिए उन्हें सबको जानकारी देने की जरूरत भी नहीं है। परंतु सेबी का यह है मानना है कि ऋण समझौतों में कुछ ऐसे क्लोज थे जिनका प्रभाव एनडीटीवी के शेयरधारकों पर पड़ा है। यही कारण है कि सेबी को इतना बड़ा कदम उठाना पड़ा।