खुशी, नई दिल्ली
कुछ महीनों में पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। हैरानी वाली बात यह है कि पश्चिम बंगाल की टीएमसी में इस समय भगदड़ मची हुई है। ममता बनर्जी की सरकार को लगातार झटके मिलते जा रहे हैं। कई सारे मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है। इन मंत्रियों में वरिष्ठ नेता शीलभद्र दत्ता, पार्टी की अल्पसंख्यक सेल के महासचिव कबीरुल इस्लाम भी शामिल हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि इस बार के चुनाव ममता बनर्जी की सरकार के लिए क्या-क्या चुनौती लेकर आएगा।
अमित शाह और जेपी नड्डा का लगातार दौरा
ऐसी खबरें सामने आई है कि भारत के गृह मंत्री अमित शाह पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होने तक हर महीने 2 दिन के दौरे पर जाएंगे। उन्होंने अपना यह दौरा दिसंबर 2020 से ही शुरू कर दिया है। गृह मंत्री 19-20 दिसंबर के लिए पश्चिम बंगाल में रहेंगे। हाल ही में बंगाल में बीजेपी अध्यक जेपी नड्डा के काफिले पर हमला होने की खबरें सामने आई हैं। खबरों की माने तो अमित शाह पश्चिम बंगाल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर सकते हैं।
पिछले चुनाव विधानसभा और लोकसभा में टीएमसी और अन्य पार्टियों का प्रदर्शन
2019 की चुनाव गणित पर अगर हम नजर डाले तो मालूम पड़ता है कि बीजेपी ने ऐतिहासिक प्रदर्शन रचा था। बीजेपी ने 42 में से 18 सीटों पर कब्जा लिया था और दूसरी तरफ तृणमूल कांग्रेस को 42 में से मात्र 22 सीटें मिली थी।
2019 के विधानसभावर चुनावी आंकड़े देखें तो बीजेपी को 128 क्षेत्रों में बढ़त मिली थी। उधर टीएमसी 1015 क्षेत्रों में सिमट कर रह गई थी।