आशिषा सिंह राजपूत, नई दिल्ली
किसान आंदोलन खत्म होने का नाम नहीं ले रहा वहीं आए दिन खालिस्तान का किसान आंदोलन से जुड़ना यकीनन किसान आंदोलन को एक नया रुख दे सकता है। बता दें कि अमेरिका से आई एक खबर से भारत की सुरक्षा एजेंसियां सख्ते में आ गई हैं। ‘सिख फॉर जस्टिस’ (SFJ) ने किसान आंदोलन की आग को हवा देते हुए कहा है, कि 26 जनवरी वाले दिन इंडिया गेट पर खालिस्तान का झंडा फहराने वाले को ढाई लाख डॉलर का भारी भरकम ईनाम दिया जाएगा।
प्रतिबंधित ख़ालिस्तानी संगठन का ऐलान
इस बात का इतिहास गवाह रहा है कि खालिस्तानीओं कि इस तरह से किसी आंदोलन में हिस्सेदारी हिंसा को आमंत्रित करती है। और यदि बात किसान आंदोलन की की जाए तो खालिस्तानी संगठन पूर्ण रूप से इस विरोध प्रदर्शन में सक्रिय है। यूं तो किसानों ने 26 जनवरी को ट्रैक्टर की परेड निकालने की बात कही थी और किसानों ने आक्रामक रुख जारी रखते हुए कृषि कानूनों के खिलाफ अडिग हैं। वहीं अलगाववादी समूह ने एक वीडियो संदेश जारी कर कहा है कि, सिंघु बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसान गणतंत्र दिवस के मौके पर यदि खालिस्तान का झंडा बुलंद करते हैं, तो उन्हें ढाई लाख डॉलर का भारी भरकम इनाम दिया जाएगा।
राकेश टिकैत ने कहा शांत नहीं होगा किसान आंदोलन
दिल्ली की सीमाओं पर जारी किसान आंदोलन समय के साथ तूल पकड़ता जा रहा है। हजारों की संख्या में किसान ट्रैक्टर रैली में शामिल हो रहे हैं। किसानों ने 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के मौके पर ट्रैक्टर की परेड निकालने की बात कही है। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने भी बात साफ करते हुए कहा है कि यह ट्रैक्टर रैली सरकार को चेतावनी देने के लिए की जा रही है। राकेश टिकैत बागपत खुद दिल्ली-सहारनपुर हाइवे पर किसानों के धरने में शामिल हैं। टिकैत सभी किसानों से 26 जनवरी भारत के गणतंत्र दिवस के अवसर पर परेड में शामिल होने की अपील करते हुए कहा कि परेड के दौरान राइट साइट में टैंक चलेगा, तो लेफ्ट में ट्रैक्टर। परेड में शामिल किसान हाथों में तिरंगा लेकर भी चलेंगे। साथ ही राकेश टिकैत ने सरकार को चेतावनी भरे लहजे में कहा कि “देखेंगे कि राष्ट्रगान गाते हुए तिरंगे वालों पर इस देश में गोली कौन चलाएगा?”