आशिषा सिंह राजपूत, नई दिल्ली
कांग्रेस महासचिव व उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का एक बड़ा बयान सामने आया है। हरीश रावत ने ट्वीट कर कहा कि भारतीय नारीत्व की गरिमा को नई ऊंचाइयां प्रदान करने वाली कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और देश के शोषितों एवं पीड़ितों के भीतर विश्वास पैदा करने वाली बसपा प्रमुख मायावती को ‘भारत रत्न’ जैसे महान सम्मान की हकदार हैं इन्हें भारत रत्न से नवाजा जाना चाहिए।
हरीश रावत के इस मांग की वजह
बता दें कि यह मांग करते हुए हरीश रावत ने कहा है कि वह किसी पार्टी के नेता की हैसियत से नहीं बल्कि एक आम भारतीय नागरिक के तौर पर अपनी यह मांग सामने रखे हैं। हरीश रावत ने यह मांग रखने के साथ सोनिया गांधी और मायावती के तारीफों का पुल भी खूब बांधा। सोनिया गांधी का जिक्र करते हुए हरीश रावत ने कहा कि सोनिया गांधी भले ही इस देश में एक बड़े परिवार की बहू के रूप में आईं थी । लेकिन जिस तरह से सोनिया गांधी ने भारत की परंपरा और संस्कृति को निभाते हुए अपने कर्तव्यों का निर्वाहन किया और अति असामान्य परिस्थितियों में भी अपना व्यवहार बनाए रखा। वो पूर्णतः सराहनीय और मिसाल देने वाला है।
वहीं हरीश रावत ने बसपा प्रमुख मायावती की भी प्रशंसा करते हुए कहा कि ‘मायावती एक ऐसे समाज में पैदा हुईं, जो शोषित था। वह अपने संघर्ष से मुख्यमंत्री बनीं. उन्होंने शोषितों-पीड़ितों के मन में विश्वास पैदा किया। वह दलितों के लिए प्रेरणा हैं।’ उल्लेखनीय है कि इस तरह से तारीफ करने के पश्चात उन्होंने स्पष्ट तौर से भारत सरकार के सामने सोनिया गांधी और मायावती को भारत का महान सम्मान “भारत रत्न” देने की मांग रख दी।
भारतीय सम्मान “भारत रत्न” का महत्व
भारतीय सम्मान में “भारत रत्न” सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। यह सम्मान राष्ट्रीय सेवा व देश हित में रचे महान कृतमान के लिए दिया जाता है। इन सेवाओं में कला, साहित्य, विज्ञान, सार्वजनिक सेवा और खेल से संबंधित महान व्यक्तित्व वाले लोग शामिल होते हैं। इस सम्मान की स्थापना 2 जनवरी 1954 में भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति श्री राजेंद्र प्रसाद द्वारा की गई थी।